सोमवार, 28 फ़रवरी 2011

यूपीए सरकार के कारनामों से देश स्तब्ध : आम्बेकर

नई दिल्ली। टू-जी स्पेक्ट्रम, राष्ट्रमंडल खेल, आदर्श हाउसिंग सहित हाल ही में प्रकाश में आए एस बैंड घोटाले से घिरे कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के नये-नये कारनामों से देश स्तब्ध है। इन कारनामों के पीछे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी व राहुल गांधी की भूमिका स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। उक्त बातें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आम्बेकर ने महात्मा गांधी की समाधि के निकट राजघाट पर भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। श्री आम्बेकर ने कहा कि भ्रष्टाचार के लिए जिम्मेदार कांग्रेस नेतृत्व को अपनी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए सत्ता का त्याग कर देना चाहिये था, परंतु इन भ्रष्टाचारियों को आश्रय देने वाली यह सरकार देश की प्रभुसत्ता के साथ खिलावाड़ कर रही है। विदित है की भ्रष्टाचार के खिलाफ खिलाफ अभाविप ने पूरे देश में ‘मौन तोड़ो - हल्ला बोलो’, अभियान चलाया है। इस अभियान के तहत अभाविप ने पूरे देश के सभी प्रमुख केन्द्रों और जिला मुख्यालयों पर एक साथ, एक समय पर 24 घंटे भूख हड़ताल प्रारंभ की है। अभाविप के इस अभियान को देश भर के लाखों छात्रों ने हस्ताक्षर द्वारा अपना समर्थन भी दिया है। अभाविप ने आरोप लगाते हुए कहा- "टू-जी स्पेक्ट्रम घोटाले में 1.76 लाख करोड़ की डकैती व राष्ट्रमण्डल खेलों में मची 78 हजार करोड़ रु. की लूट तथा आदर्श सोसाइटी घोटाला व केन्द्रीय सतर्कता आयोग जैसे महत्वपूर्ण पद पर भ्रष्टाचार की पृष्ठभूमि वाले पी.जे. थॉमस की नियुक्ति, बिना प्रधानमंत्री कार्यालय व मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी व राहुल गांधी के इस त्रिगुट की भूमिका के बिना संभव नहीं है।"
इसी क्रम में अभाविप की दिल्ली इकाई के प्रदेश मंत्री रोहित चहल ने कहा कि भ्रष्टाचार में लिप्त केन्द्र सरकार के नये-नये किस्से से सोनिया गांधी, राहुल गांधी व मनमोहन सिंह का असली चेहरा बेनकाब हो चुका है। उन्होंने कहा कि अभाविप इस अनशन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति से यह मांग करती है कि इन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुये ठोस कदम उठाये तथा विदेशी बैंकों में जमा काले धन को भारत लाकर विकास कार्यों में लगाये। अनशन पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. पायल माग्गो, राष्ट्रीय मंत्री श्रीरंग कुलकर्णी, प्रदेश संगठन मंत्री डॉ. योगेन्द्र, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. प्रवीण गर्ग तथा दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष जीतेन्द्र चौधरी, उपाध्यक्ष प्रिया डबास, सचिव नीतू डबास सहित सैकड़ों कार्यकर्त्ता उपस्थित रहे।

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