सोमवार, 13 जून 2011

27 जुलाई को भ्रष्टाचार के विरूद्ध सडकों पर उतरेंगे दस लाख छात्र

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लडाई को तेज करके हुए सडक पर उतरने की योजना बना रही है। राष्ट्रीय महामंत्री श्री उमेश दत्त ने कहा कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर देश की जनता में आक्रोश है। इसके बावजूद भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी केन्द्र की कांग्रेसनीत यूपीए सरकार इसके खिलाफ लडने का ढोंग कर जनता को दिग्भ्रमित कर रही है। विद्यार्थी परिषद इस भ्रष्टतम सरकार को उखाड फेकने के लिये जन आंदोलन खडा करेगी। जिसके लिये राजधानी में पिछले दिनों यूथ अगेंस्ट करेप्शननाम के फोरम की स्थापना भी की गयी।

वृंदावन के वात्सल्य ग्राम में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद की बैठक में उन्होंने कहा कि अभाविप देश में शैक्षिक मुद्दों के साथ-साथ राष्ट्रीय, सामाजिक एवं सुरक्षा से जुडे मुद्दों पर आंदोलन करती रही है, चाहे वह 1976 में गुजरात के मोरबी का छात्र आंदोलन रहा हो या आपातकाल के विरूद्ध जे. पी. आंदोलन विद्यार्थी परिषद ने सदैव अपनी भूमिका निभायी है।

श्री उमेश दत्त ने कहा कि आज आये दिन हो रहे बडे-बडे घोटालों की परतें खुलने के बाद भारत अब भ्रष्टाचार में सुपर पावर बन गया है। जिससे देश की छवि को गहरा धक्का लगा है। दुनियां भर में भारत की पहचान यहां की संस्कृत, सभ्यता और ज्ञान के कारण होती थी, लेकिन इन घोटालों के कारण आज दुनिया के लोग भारत की तरफ हैरानी भरी नजरों से देख रहे हैं।

राष्ट्रीय महामंत्री श्री उमेश दत्त ने कहा कि भ्रष्टाचाचार के खिलाफ जारी इस मुहिम को निर्णायक मोड देते हुए आगामी 27 जुलाई को दस लाख छात्र अभाविप के नेतृत्व में देश भर के विभिन्न जिलों में सडकों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। महाविद्यालय परिसरों में इस अभियान के द्वारा छात्रों के बीच जागरण करते हुए दिनांक 9 अगस्त के ऐतिहासिक दिन से भ्रष्टाचारियों गद्दी छोडोइस नारे के साथ अभाविप अपने आंदोलन को प्रखर बनाते हुये अपनी आंदोलनात्मक गतिविधियां तीव्र करेगी। साथ ही स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त के दिन अभाविप देश भर में जगह-जगह तिरंगा यात्रा करते हुए भारत को भ्रष्टाचार से स्वाधीन कराने का संकल्प लेगी।

डा. विनायक सेन को योजना आयोग के सदस्य के रूप में मनोनय के विषय पर श्री उमेश दत्त ने कहा कि अभाविप सरकार के इस फैसले का कडे शब्दों में विरोध करती है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि राष्ट्रद्रोह के आरोपी और निचली अदालत से आजीवन कारावास की सजा हुए अपराधी को आयोग में इस महत्वपूर्ण पद पर बैठाना केन्द्र सरकार की नक्सलवाद के खिलाफ लडाई के खोखले दावों की पोल खोलता है साथ ही यह भी साबित करता है कि सरकार किस तरह नक्सलवाद को खुला संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि डा. सेन को तत्काल उनके पद से हटाया जाये नहीं तो अभाविप पूरे देश में इसके खिलाफ आंदोलन खडा करेगी।es

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें